Monday, March 24, 2025

ब्रह्म या भ्रम ? ब्रह्म को भ्रमित करते पाठ्यक्रम। चिंतन मनन का विषय है।

 






ब्रह्म या भ्रम ?
ब्रह्म को भ्रमित करते पाठ्यक्रम। चिंतन मनन का विषय है।
जो चेतन मन हैं, समय रहते उन्हें आवाज उठाने की आवश्यकता है।

बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए NCF में पंच कोष के विकास को जोड़ने की एक सुंदर पहल की गई है, जो शिक्षा में प्राचीन भारतीय शिक्षा का समावेश कर सुदृढ़ व्यक्तिव के विकास में सहायक होगा।
परंतु क्या हम सही मायने में पंचकोष को पाठ्यक्रम में डाल रहे हैं?
पंचकोष को पहले से चले आ रहे अंग्रेजी के Domains of Development में फिट क्यों कर रहें हैं। बदलाव लाना है तो पंचकोषों के नाम से से ही domains का नाम कारण क्यों नहीं कर रहें है।
नीचे दिए चित्र में Domain 1 की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहूंगी Physical Development में अन्नमय कोष तो ठीक है परंतु प्राणमय कोष को Physical Development में क्यों फिट कर दिया है?
प्राणमय कोष का सीधा संबंध श्वास से है , श्वास के रथ पर मन चलता है। मनोमय कोष Mental development से जोड़ा जा सकता है।
पंचकोष को पुराने domains के साथ फिट करके भ्रमित किया जा रहा है। या कहें खाना पूर्ति कर रहें हैं।
चित्र के बीच में देखिए Five Petal growth ,
पांच petals की growth तो कुछ भी नहीं, सहस्त्र दल कमल को खुलने की बात करता है प्राचीन भारतीय ज्ञान।
Foundational Years के syllabus को डिजाइन करते समय सूक्ष्म ऊर्जा केंद्रों के विकास के बातें में भी शिक्षाविदों को अध्ययन करना चाहिए।
पूर्ण विकास की बात करें तो पहले पूर्ण ज्ञान प्राप्त करे। स्वयं की काया को वेधशाला बनाए।
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