Tuesday, March 25, 2025

 






प्रणाम,
आज का प्रसंग हिंदी भाषा से गौरांवित होने का है।
कल शनिवार दिनांक 31अगस्त 2024 को महाराष्ट्र राज्य के दूसरे बड़े शहर पुणे के प्रतिष्ठित विद्यालयों के हिंदी भाषा के शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए हिंदी भाषा की प्रभुता, महत्ता विषय कार्यशाला ली। श्रवण, वाचन, पठन , लेखन के सामान्य तथ्य, प्रत्यय, क्रिया-प्रक्रिया के अलावा अधि संज्ञान , भाषा के वेद विज्ञान पर प्रकाश डाला जो प्रत्येक प्रतिभागी के लिए नवज्ञान , नवसृजन, नवरचना एवम नवजीवन को प्रकाशित करने के लिए पर्याप्त था।
दूसरा मुख्य उद्देश्य मेरा रहा, प्रसंग प्रणाम से प्रणव तक सत्य की विजय यात्रा को आगे बढ़ाना, अनेकों राज्यों तक पहुंच चुकी है प्रसंग-प्रणाम से प्रणव तक की यात्रा। सत्य के द्वारा वाक शुद्धि व वाक सिद्धि संभव है।वाक के बिना भाषा की कल्पना भी नहीं कर सकते।
शिक्षक शिक्षिकाओं में चींटी भर सत्य रोपित किया है, उनके द्वारा सत्य पोषित होकर ऐरावत हो अनेकों पीढ़ियों को हस्तांतरित होगा , मेरे शब्दों में मेरी श्रद्धा, आस्था , विश्वास इसकी पुष्टि करते हैं।
मैं आभार व्यक्त करती हूं भारती भवन प्रकाशन का मुझमें हमेशा की तरह विश्वास कर अवसर प्रदान करने का।

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