Tuesday, March 25, 2025

जिंदगी निर्मित होती है पल पल , कण कण जोड़कर

 प्रणाम,

आज का प्रसंग,
जिंदगी बनी बनाई किसी को भी नही मिलती। जिंदगी निर्मित होती है पल पल , कण कण जोड़कर। आवृति दर आवृति बढ़ती जाती है। जैसे ही एक आवृति पूर्ण हो विलुप्त होती है उससे पहले ही दूसरी आवृति अपना कार्य शुरू कर देती है, बिल्कुल सागर की लहरों की तरह। एक बड़ी लहर हमारा ध्यान आकर्षित करती है, आस पास की छोटी मोटी लहरों पर हमारा ध्यान नहीं जाता। उसी प्रकार जीवन में भी किसी अच्छी बुरी घटना की आवृति धीरे धीरे बढ़ती है पूर्ण होती है फिर विलुप्त हो जाती हैं।
एक ही घटना के साथ अनेकानेक छोटी बड़ी आवृत्तियां बनती बिगड़ती हैं। क्या घटनाओं का बनना बिगड़ना, ब्रह्मा (सृष्टि की रचना)विष्णु (पालन)महेश (संहार) के समान नहीं है? आवृति बनती है, पोषित होती है, फिर नष्ट हो जाती है। बनना, पोषित होना , नष्ट होना और फिर से नव सृजन सब क्रमिक लय ताल में चलते हैं। कुछ बुरे में से अच्छा निकलेगा ही यह निश्चित है क्योंकि सृष्टि सत्यम शिवम सुंदरम है, हम भी उसका ही स्वरूप हैं। आप अपनी जीवन परिस्थियोँ का आंकलन ब्रह्मा बन करें, ब्रह्मा के चार मुख आपके पास है, आपके चेहरे पर ज्ञानेंद्रियां के रूप में।
विष्णु बन करें, जाने समझे कि किसी परिस्थिति में मेरा योगदान रचना का है, पालन करता का है या संहारक का, विष्णु आपकी कर्मेंद्रियों में निवास करते हैं, ध्यान रखे आप परिस्थिती को संवार रहे हैं या संहार कर रहे है। कर्मेंद्रियों को सही मार्ग दर्शन दें।
शिव सर्वयाप्त निराकार है, उसके डमरू की आवाज अनहद नाद रूप में आपके अंदर सदैव बजती है, वही आपको इस संसार की फ्रीक्वेंसी के साथ ताल मेल बिठाने का कार्य करती है।
कुल मिलाकर आज का प्रसंग यह है कि आंतरिक और बाहरी संसार के साथ सौ प्रतिशत ताल मेल बना कर रखे। यदि आप सही नही कर रहें है तो शिव संहार आपका अपने तरीके से कर ही देंगे।
इक्कसवीं सदी है सत्य पर चलना ही होगा।
सत्यमेव जयते!!!
श्रम करना ही होगा।
श्रमेव जयते!!!!
अपने अंदर झांकना ही होगा, आत्म मंथन करना ही होगा। स्वयं ही कर लें तो अच्छा है नही तो प्रकृति है ही, अपने तरीके से करवा देगी।
सत्य से प्रेम, प्रेम से कर्म करें।
प्रसंग प्रणाम से प्रणव तक सत्य की विजय यात्रा में भाग लें
Look beyond imperfections
Be 'PRASANG' Be Joyous
रेणु वशिष्ठ
मेरी काया मेरी वेधशाला से
बुधवार, कृष्ण पक्ष द्वितीया
21 अगस्त 2024

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