Tuesday, March 25, 2025

भारत का 78 वां स्वतंत्रता दिवस

 



प्रणाम सभी को,

स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाओं के साथ आज का प्रसंग!!!
भारत का 78 वां स्वतंत्रता दिवस, और आपका?
विचार करें? क्या आप अपने विचारों से स्वतंत्र हैं?
चिंतन मनन करें, आज जो डाउन लोड हुआ है, मेरी काया मेरी वेधशाला में आपके विचारार्थ प्रेषित है।
पुकारती है ये ज़मीं,
ये आसमां पुकार रहा,
स्वतंत्र कर सत्य अपना,
असत्य से क्यों जूझ रहा।
सत्य शाश्वत, शक्तिमान है,
सत्य तेज पुंज है,
मचल रहा सत्य सभी का,
तोड़ने को बेड़ियां।
भीतर के सत्य प्रवाह से,
ढीली हुई असत्य की बेड़ियां,
सत्य के तेज से,
गलने लगी, असत्य की बेड़ियां।
सत्य के तेज में असत्य धूमिल हुआ,
तेरे सत्य के आगे असत्य शर्मिंदा हुआ,
थक गया है असत्य,
निढाल हुआ, हुए कंधे कमजोर,
ढो ना पायेगा तू अब असत्य के बोझ को।
कब तक, कब तक, लड़ेगा ?
गल जाने दे असत्य का कण कण,
सीखे हुए असत्य को कर खंड खंड,
उजागर कर अपना प्राकृतिक सत्य।
सत्य को स्वतंत्र कर,
मन के आकाश में सत्य प्रकाशित कर,
मन से वाणी में, उतर जाने दे सत्य को,
कर उदघोष, सत्यमेव जयते!!!!
वाणी से कर्म में प्रवाहित कर सत्य को,
श्रम से दिखने दे, श्रमेव जयते!!!!
सत्य के रंगों का डिब्बा खोल,
आजाद हिंद के आकाश में,
सत्य के रंग बिखर जाने दे,
स्वतंत्र कर, स्वतंत्र हो,
विस्तार कर अपना,
देश बन, स्वतंत्र भारत देश बन।
देश प्रेम सा दूजा सुख कहां?
भारत देश सा दूजा देश कहां?
उत्सव आजादी का तू मना,
स्वतंत्र हो, सत्य संकल्प ले,
प्रसंग प्रणाम से प्रणव तक सत्य की विजय यात्रा में भाग ले।
सत्य के सात रंग
Positive, Responsible, Ambitious, Supportive, Abreast, Noble, Generous
सतरंगा, तिरंगे के साथ फहरा ले।
विश्वगुरु भारत का सपना सजा,
सत्य अपना ध्येय बना।
सत्यमेव जयते!
वंदे मातरम!
जय भारत!
जय जय जननी!
जय जय जय जय हे वसुंधरा!!!!
Look beyond imperfections
Be 'PRASANG' Be Joyous
रेणु वशिष्ठ
मेरी काया मेरी वेधशाला से
गुरुवार 15 अगस्त 2024

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