Thursday, January 19, 2023

AI V/S SCHOOLS चैट जीपीटी भारत के पॉलिसी मैकर्स, स्कूल प्रशासन और शिक्षक



चैट जी पी टी, ओपन आई द्वारा विकसित एक भाषा मॉडल है, जो की कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) अनुसंधान प्रयोगशाला है। ये एक प्रोटोटाइप संवाद आधारित आई चैट बॉक्स है, जो प्राकृतिक भाषा को समझने जवाब देने में सक्षम है। मतलब मानव समान गुणवत्ता वाला। परंतु इन तकनीको का विकास नैतिक और सामाजिक चिंताओं को भी उठाता है जैसे गलत सूचनाओं का प्रसार और प्रोधयोगिकी का का संभावित दुर्पयोग। 

चैट जी पी टी की वास्तविक दुनिया पर प्रभाव डालने की क्षमता विशेष रूप से उन क्षेत्र मे जहाँ संसाधन सीमित है, कल्पना से परे हैं। 

इस बॉट की क्षमताओं से अधिक चर्चा, इसका गलत सूचनाओं और पूर्वग्रहों से ग्रसित होना है। 

होम वर्क असाइंमेंट के लिए चैट जी पी टी या अन्य भाषा मॉडल का उपयोग करने से संभावित रूप से छात्रों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इन मॉडलों के उपयोग से छात्र अपने काम को पूरा करने के लिए प्रोधयोगिकी पर बहुत अधिक निर्भर हो सकते हैं और मुल्यवान समस्या समाधान और महत्वपूर्ण सोच, चिंतन कौशल खो सकते हैं। 

आई भी एक निश्चित मूल्यों (कोड) का पालन करती है और ऐसी तकनीको का अच्छा बुरा होना उनके निर्माताओं द्वारा निर्धारित मूल्यों पर निर्भर करता है। इसलिए ऐसी तकनीको का नियंत्रण अति आवश्यक है। 

ASER 2022 की रिपोर्ट बताती है कि पैंडेमिक के कारण पढ़ने- लिखने के स्तर कितने गिर गए हैं, जो कि पहले से ही चिंताजनक थे। अब ये चैट जी पी टी का जाना भी विश्व स्तरीय चिंता का विषय है क्योंकि चैट जी पी टी वह आई टूल है जो कॉलेज और स्कूल के निबंध बहुत कुछ मानवीय गुणवत्ता तक सहज में प्रस्तुत कर देता है। कुछ सामान्य समस्याओं का समाधान भी करता है। लगता है ये शिक्षा, शिक्षण और मानव अधिगम क्रिया को शिथिल ही कर देगा। 

ASER रिपोर्ट बताती है कि 2018 मे कक्षा पांच का बच्चा लगभग कक्षा दो के बराबर का पाठ पढ़कर समझ सकता था। उसका प्रतिशत 50.5℅ था जो अब 42.8℅ पर गया है। गणित मे कक्षा पांच के 27.9℅ बच्चे साधारण भाग की समस्या को कर सकते थे जिसका प्रतिशत अब 25.6℅ रह गया है। 

चैट जी पी टी यहाँ किस प्रकार काम करेगी? कहीं हमारे विधार्थियों को और पंगु तो नहीं बना देगी। इसके सही उपयोग के लिए शिक्षकों को बहुत sophisticated pedagogic और डिजिटल competency के साथ आगे आना होगा। व्यवहारिक रूप में ये कितना संभव है नही जानते। 

आई से मित्रता करना बहुत जरूरी है हमारे शिक्षकों को, अन्यथा ये शत्रु के रूप मे अपना सिर ऊँचा कर आपको हरा देगी। आप कहीं पीछे ना छूट जाएं। हम टीचर्स  साथ साथ आगे बढ़ें, सकपकाए से खड़े ना रहें। सीखें सिखाएं आगे बढ़ें। 

A -Abreast the seventh acronym of PRASANG को याद रखें। Updated रहें। 

ध्यान रहे न्यू यॉर्क पब्लिक स्कूल्स ने चैट जी पी टी के device और नेट वर्क को बैन कर दिया है जो कि सिर्फ दो महीने पहले ही लौंच हुआ है। उसके और भी advance version तीव्र गति से उभर ही रहे होंगे। 

भारत के पॉलिसी मैकर्स, स्कूल प्रशासन और शिक्षक गण इस पर चुप्पी साधे हैं क्योंकि हम तो फॉलो करेंगे जो आयेगा उसे। परंतु याद रखें इसके साथ अपनी वासतविक् बुद्धि को भी बढ़ाते रहें। सीख कहीं से भी सकते हैं। चैट जी पी टी से कुछ सीखकर कुछ नया मौलिक सृजन भी साथ साथ करते रहें, कराते रहें। 

Look beyond imperfections. 

Be 'PRASANG' Be Joyous

Stay Positive, Responsible, Ambitious, Supportive, Abreast, Noble, Generous. 

रेणु वशिष्ठ

From 

Bakhal The Centre for Educational Research and Emotional Development. 

A unit of Prasang Vashistha Charitable Trust. 

धन्यवाद

 


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