सु means शुभ, ख means स्थान = सुख
ब्रहमण्ड का root word वृहद means expanded.
We can observe the thousandth part of the physical world. Jis प्रकार कहते हैं आत्मा का स्वरूप एक बाल के हजारवे हिस्से के बराबर है उसी प्रकार हम अल्प BUDHHI से PHYSICAL world के हजारवें हिस्से को ही देख सकते हैं.
ईश्वर के सहस्त्रनाम लेना भी शायद इसी बात का संकेत देते है कि हजार नाम लेंगे तो हम करते करते कम से कम एक बाल बराबर तो सृष्टि के सृजन का दर्शन कर पाएंगे या समझ पाएंगे.
ये विचार सिर्फ मेरे अल्प बुधि की समझ सी व्यक्त हुए हैं.
यदि वृहत का darshan करना है to अनेकानेक लोगों से जुड़ना होगा जैसे कंकर कंकर जुड़कर पहाड़ बन जाता है. बूंद बूंद जुड़कर बादल या समुद्र बन जाता हैं..
27.5.22
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